साफ पानी के लिए तड़पती रही सुदामापुरी की जनता, दीवाली मनाने में व्यस्त रहे जलबोर्ड के अधिकारी ।

उत्तरपूर्वी दिल्ली -दीवाली सभी के लिए एक बहुत बड़ा त्योहार है और ये त्योहार भारत ही नही बल्कि अन्य देशों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है । लेकिन इतने बड़े त्योहार पर दिल्ली जलबोर्ड सुदामापुरी की जनता को शुद्ध पीने का पानी नही दे पाया । बेशर्मी की हद है । जनता के टैक्स से तनख्वाह लेने वाले जनता की किस तरह सेवा कर रहे है । जनता शुद्ध पानी के लिए तरस रही है । और अधिकारी सरकारी नौकरी के मजे ले रहे है ।
कई महीनों से पीने की पाइपलाइन में कीचड़ का पानी आ रहा है । जिसे पीना तो दूर कोई हाथ लगाना भी पसंद नही करेगा । बार-बार शिकायत करने के बाद भी दिल्ली जलबोर्ड के अधिकारी केवल खाना पूर्ति कर रहे है । जलबोर्ड के अधिकारियों ने दीवाली पर अपने घर मे खुशियां मनाई होगी। लेकिन जनता का क्या ? जनता के बारे में कितना सोचा गया दीवाली पर भी सुदामापुरी की जनता कीचड़ से भरा गंदा पानी पीने को मजबूर रही यहां के लोग बाहर से पीने का महंगा पानी खरीद कर पी रहे है लेकिन पानी की जरूरत केवल पीने के लिए ही नही बल्कि अन्य जरूरतों के लिए भी होती है । 

लेकिन दिल्ली जलबोर्ड के अधिकारियों के बेशर्मी की सभी हदें पार कर रक्खी है । ये भी नही सोचा गया कि दीपावली पर सुदामापुरी की जनता गंदे पीने के पानी से कैसे निर्वाह करेगी । अपनी दीवाली होनी चाहिए जनता जाए भाड़ में कही न कही इसी बात पर अमल किया जा रहा है ।
दिल्ली जलबोर्ड दिल्ली सरकार के अंतर्गत कार्य करता है ।और सरकार आम आदमी पार्टी की है । तथा सुदामापुरी के विधायक अजय महावर भाजपा से है । जनता विधायक से शिकायत करती है । विधायक जलबोर्ड के अधिकारियों से मामले का निपटारा करने के लिए कहते है । लेकिन जलबोर्ड के अधिकारी विधायक की बात को गंभीरता से नही ले रहे है  । तथा कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहे है अब आप समझ सकते है कि दिल्ली में किस तरह जानता गंदी राजनीति का शिकार बन रही है ।
आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के आपसी टकराव की सजा कही ना कही  दिल्ली की जनता भुगत रही है । जनता के बारे में दिल्ली सरकार कितना सोच रही है ? दिल्ली के सीएम बड़े-बड़े दावे कर रहे है । लेकिन जमीनी हकीकत क्या है ये इस समस्या ने बताया दिया है । वादे और दावे हवाहवाई साबित हो रहे है । दिल्ली सरकार जनता को शुद्ध पीने का पानी भी नही दे पा रही है । लोग भयंकर बीमारियों से मर रहे है । स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी आंखे मूंद रक्खी है । जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है लेकिन लोगो का दर्द किसी को दिखाई नही दे रहा है । नेता मस्त है जनता पस्त है ।

Comments

सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली खबरें

कश्यप समाज के राजवंशी इतिहास की नगरी हरदोई, जिसको कभी हरि-द्रोही नगरी भी कहा जाता था

नोएडा में ‘जर्नी टू परफेक्शन’ का भव्य विमोचन

दिल्ली में मतदान के दिन सदर बाजार की सभी मार्केट रहेगी बंद -फेडरेशन, मतदान करके आये खरीदारों को डिस्काउंट देने की अपील

प्रधानमंत्री संग्रहालय, नई दिल्ली में आयोजित प्रतिष्ठित दीक्षांत समारोह में शिकागो ओपन यूनिवर्सिटी ने दूरदर्शी व्यक्तियों को सम्मानित किया और नवाचारपूर्ण पहल की शुरुआत की

व्यापारियों ने ली यमुना सफाई अभियान में शामिल होने की शपथ , यमुना भिक्षाटन महायज्ञ संपन्न

"सरदार विवेक सिंह कोचर" की आत्मा की शांति के लिए किया गया पाठ-भोग और अंतिम अरदास का आयोजन

डॉ रामेश्वर दयाल तुरैहा ने मुरादाबाद जेल में बंदियों व परिजनों के उत्पीडन पर कार्यवाही की माँग की, कार्यवाही न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी

एचएमएआई के होम्योपैथ डॉ. विलास डांगरे को पद्मश्री पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया - डॉ. ए.के. गुप्ता, महासचिव, एचएमएआई।

घोषणा पत्र में व्यापारियों के लिए अपना रुख स्पष्ट करें राजनैतिक दल - फेस्टा

गंदगी से जूझ रही थी जनता , आप प्रत्याशी गौरव शर्मा ने घोंडा विधानसभा के सुदामापुरी में कराई सीवर की सफाई, मिला जनता का समर्थन